हरियाणा की बेटियां गांव से गोल्ड तक – एक प्रेरणादायक सफर
कबड्डी एक खेल जो हरियाणा की मिट्टी में मिला है, लेकिन इस मिट्टी में अब सिर्फ लड़के नहीं लड़कियां भी ऊंचाइयां छू रही है। इसी हरियाणा के गुमड़ गांव की बेटियों ने अपने हौसले से इतिहास रच दिया। 68वीं स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, नेशनल स्कूल गेम्स कबड्डी में शानदार प्रदर्शन कर गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीत कर पूरे देश का मान बढ़ाया। गांव लौटने पर गांव वालों ने बेटियों का स्वागत बड़ी धूमधाम से किया और जीत का जशन मनाया।
कबड्डी… एक खेल, जहां हर सेकंड मायने रखती है, जहां हर सांस के साथ संघर्ष जुड़ा होता है। पर क्या हर संघर्ष का अंत हार होती है या फिर… यह बस एक नई शुरुआत है? यह सफर उन लड़कियों का है जिन्होंने मिट्टी में खेल कर अपनी भविष्य को सवारने का सपना देखा है।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया ने 10 दिसंबर 2024 से 12 दिसंबर 2024 तक 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लड़कों व लड़कियों के लिए कबड्डी खेलों का आयोजन करवाया। महाराष्ट्र के अमरावती में नेशनल स्तर पर कबड्डी गेम्स का आयोजन हुआ था। उन्हीं खेलों में सीएमआर कबड्डी अकादमी गुमड़ की तीन लड़कियों ने भी भाग लिया। हरियाणा की टीम में 13 वर्षीय कीर्ति ने अंत तक खेल कर होम टीम अमरावती को हराकर गोल्ड हासिल किया। वही दिल्ली की टीम की 13 वर्षीय सिया और मानसी ने तीसरे स्थान पर आकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
हर जीत के पीछे हजारों घंटों की मेहनत होती है। वह दर्द, वह थकान, जो दुनिया नहीं देखती परंतु यह बेटियां हार मानने के लिए नहीं बनीं। हर सफलता की राह में रुकावटें होती हैं लेकिन जो ठान लेते हैं वही इतिहास रचते हैं। हर बेटी में एक विजेता छुपी है, उसे सिर्फ एक मौका चाहिए।
इस वीडियो में देखिए, हरियाण की बेटियों का प्रेरणादायक सफर👇
संपादक – शिज्जु शकूर