आस्था के महापर्व कुम्भ और उसमें व्याप्त विमुक्ति के असंख्य रंगों का उत्सव… ह से हमीं (हम हमहीं में रमे हैं) स से सफ़र (अपने अंदाज़ में सफर) स से स्नान (आस्था का स्नान) स से सिक्त (पावन जल से सिक्त) भ से भस्म (भस्मादि लेपनम) स से सन्यास (फिंरंगी सन्यासी) अ से अघोरी (अजब अघोरी) आ से आशीष (अघोरियों से आशीष) ई से ईश्वर (हे मेरे ईश्वर) म से मौन (आनंद में मौन…) ब से बंधू (गुरुबंधु है हम) Previous Next