देव आनंद की फिल्म ‘गाइड’ का गाना युवाओं की जुबान पर चढ़ गया था। गाने का बोल था ‘तेरे मेरे सपने अब एक रंग हैं।’ हालांकि, 50 से अधिक वर्षों में बहुत कुछ बदल चुका है। संबंधों में भावुकता के मुकाबले ‘प्रैक्टिकैलिटी’ ने स्थान बना लिया। वैवाहिक संबंध भी इससे अछूते नहीं हैं। ऐसा भी देखने को मिलता है कि शादियां पहले की तुलना में जल्द ही तलाक तक पहुंच जा रही हैं। वैवाहिक संबंधों में स्थायी होने का भाव समय के साथ कम होता जा रहा है। समाज में पति-पत्नी से संबंधित कई क्राइम की घटनाएं भी सामने आ…