Poetry बरसात उस रोज़ भीBy ShijjuShakoorJuly 31, 20210 कुछ ऐसी थी बरसात उस रोज़ भीबड़ी तन्हा थी रात उस रोज़ भीरही अश्क से तर ब तर बे-सदाहमारी मुलाकात…