बिगड़ जाओ तमन्नाओं, इजाज़त दे रहा हूं…कब तक शरीफ बन कर , पिंजरे में कैद रहोगे?तुम मासूम हो, ये बता…
बिगड़ जाओ तमन्नाओं, इजाज़त दे रहा हूं…कब तक शरीफ बन कर , पिंजरे में कैद रहोगे?तुम मासूम हो, ये बता…
मैं थक चुकी हूँ भागते भागते, दो पल अभी मुझे रुकना है। खुद के विचारों को अब मुझे इस मेज़…