On May 11, 2024, eminent Punjabi poet, Surjit Patar breathed his last in his sleep in Ludhiana, Punjab. At the…
Browsing: Poetry
Lost in creative contemplations with a pen in her right hand and a piece of white paper held in the…
यूँ उदास बैठ कर क्या पाओगे?मुस्कुराओगे तो दुनिया जीत जाओगे। हार मान लेना तासीर मत बनाओ,जो काम पे लग जाओगे…
कुछ ऐसी थी बरसात उस रोज़ भीबड़ी तन्हा थी रात उस रोज़ भीरही अश्क से तर ब तर बे-सदाहमारी मुलाकात…
एक अरसे से दबी-कुचली, मुसाफ़िर औरतक़ैदी ओ’ कुश्ता, ओ’ रंजीदा, ओ’ मुज़तर औरत। जिन निग़ाहों में थी, तलवार भी इमराह…
RE
ये कब जन्मा?कब जागा?कब बेपरवाह हुआ?कोई रोक टोक थी क्या?कोई शक या शंका?कभी थमा?फिर कब कैसे उठा?क्या कारण रहा?जैसा कल…
द्वारा : पियूष गौतम ना करना तुम शोक ना आँसू ना क्रोध। है जीवन ये कर्मों का जीवन के ऋण…
The nights were cold The days seemed dull I knew I was awaken But still December was surreal Every morning…
बिगड़ जाओ तमन्नाओं, इजाज़त दे रहा हूं…कब तक शरीफ बन कर , पिंजरे में कैद रहोगे?तुम मासूम हो, ये बता…